Archive For The “Janta ki Awaaz” Category

जनता को बिजली जैसी मूलभूत सुविधा सुचारु पूर्वक चाहिए, लेकिन बिल भुगतान की जो स्थिति है उसे देख कर यही कहा जा सकता है कि हम अपने अधिकार के प्रति तो जागरुक हैं परंतु इसी प्रकार की जागरुकता अपने कर्तव्य के प्रति नहीं दीखाते। यह हर क्षेत्र में देखा जा रहा है। यहां पर मैं…

आदरणीय मुख्यमंत्री जी, मैं आपकी कुशल नेतृत्व, उपयोगी कार्यक्षमता एवं अदम्य साहस के कायल हूँ। जिस तरह से आपने आमजन के हितार्थ एक से बढ़कर एक योजनाओं की शुरुआत कर एक कुशल शासक होने का परिचय दिया है, वहीं दूसरी तरफ बिहार मे पूर्णतः शराब बंद कर अपने अदम्य साहस का लोहा मनवाते हुए बिहार…

एक सवाल सरकार से :- मैंने किताब में पढ़ा था एक शब्द फंडामेंटल राइट जिसका अर्थ होता मौलीक अधिकार। सरकार के आदेशानुसार आप अपना पैसा घर में नहीं बैंक में रखे ताकि वो पैसा का उपयोग हो। ठीक है, बहुत अच्छी बात है की पैसा घर में नहीं रखे बैंक में रखे ताकि वो पैसा…

शादी-विवाह का मौसम और नोटों की बहुत बड़ी किल्लत, आखिर आम आदमी ही क्यों पीस जाता है सरकारी व्यवस्थाओं के बीच? आजकल भारतीय स्टेट बैंक में पैसों की मारामारी चल रही है, और ग्राहक मुँह बाये अपनी किस्मत को ही जिम्मेदार मान रहें हैं, कारण और कोई नजर ही नही आ रहा है, जिसे वह…

दाउदनगर सहित बिहार के सभी बाजारों में अरहर समेत सभी दाल की कीमतें तेजी से कम हुई हैं। खुदरा बाजार में अरहर 72 तो मसूर दाल 60 रुपए किलो हो चुकी है।दलदली अनाज मंडी में खुदरा भाव में चना दाल 76 से 85 तो उरद दाल भी 90 से 100 रुपए प्रति किलो के अंदर…

अब इंतजार की घड़ी समाप्त हो चुकी है, और मौसम दिन-प्रतिदिन रूख करता जा रहा है। कुछ ही दिनों में कड़ाके की गर्मी पड़ने वाली है, औेर आप बेहतर समझते होंगे कि उस मौसम में हलक का क्या हालात हो जाता है। ऐसे में तपिस बढ़ाने वाली गर्मी में चार कदम चलते ही हलक सूख…

दाउदनगर स्थित मगध विश्वविद्यालय के अंगीभूत दाउदनगर कॉलेज दाउदनगर, जो लगातार संघर्ष के बाद भी अपने जिद पर कायम है। इस कॉलेज के माता-पिता (शिक्षक) शायद कभी नही सोचते, कि हमारे बच्चे (छात्र-छात्रा) पढ़े। अगर इस पर मंथन कर लें, तो परिणाम शून्य नही होगी और कदाचारमुक्त परीक्षा में काफी सहायक साबित होगी। कॉलेज में…

माननीय मुख्यमंत्री जी, आपकी प्रशासनिक क्षमता और लोक-कल्याणकारी कार्यक्रम वाकई प्रशंसनीय हैं और पूर्ववर्त्ती सरकारों से अलग आपने बिहार के विकास हेतु बहुत कुछ किया है, पर जनाकांक्षा को तृप्त कर पाना शायद कभी संभव न हो। मैंने आपके भाषणों से प्रेरित होकर लोक शिकायत निवारण कानून से अपने आस-पास के कुछ समस्याओं के निवारण…

हमारे पैसे, हमारे अपने हैं। उन्हें हम नगद खर्च करें या इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से, यह हमारी मर्ज़ी है। यदि देश की सरकार को कैशलेस व्यवस्था लागू करने की इतनी ही जल्दबाजी है तो बेहतर होगा कि वह इसकी शुरूआत ख़ुद करें। तत्पश्चात हमारे आगे उदाहरण उपस्थित…

शराबबंदी के पक्ष में हम सब है हम पुरे बिहार वासी ये चाहते हैं कि शराबबंदी के लिए शख्त कानून बने और उसका शख्ती से पालन किया जाए इसके लिए सिर्फ कोई एक आदमी नहीं बल्कि पूरा बिहार लड़ा है, खासकर महिलाएं शराबबंदी की लड़ाई में वर्षो से बड़ी संख्या में शामिल होती रही…