शनिवार को बिहटा अरवल औरंगाबाद रेलवे लाइन निर्माण संघर्ष समिति द्वारा दिल्ली के जंतर मंतर पर आयोजित तीन दिवसीय सत्याग्रह (धरना )कार्यक्रम समाप्त हो गया। समिति के औरंगाबाद जिला संयोजक अजय कुमार यादव ने दूरभाष पर बताया कि शनिवार को अंतिम दिन प्रतिरोध मार्च भी निकाला गया, जो धरना स्थल से लेकर रेल भवन तक गया तथा ज्ञापन सौंपा गया ।इससे पहले वक्ताओं ने कहा कि 28 सौ करोड़ रुपए की परियोजना में मात्र 25 करोड़ भारत सरकार द्वारा दिए गए हैं, जो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है ।श्री यादव ने कहा कि अब आंदोलन को तेज किया जायेगा तथा क्षेत्र में लौटने के बाद गांव -गांव जाकर आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाई जायेगी।यह आम जनता की चिर प्रतीक्षित मांग है। इस लंबित रेलवे लाइन परियोजना को पूरा कराने के लिए संघर्ष समिति द्वारा चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाया जा रहा है और अब आंदोलन को गति प्रदान की जाएगी ।इस मौके पर संघर्ष समिति के अरवल जिला संयोजक मनोज यादव, पालीगंज संयोजक चंदन वर्मा के अलावे सत्येंद्र मेहता, संजय कुमार, अरविंद राजवंशी, मुलायम यादव, राम प्रवेश यादव समेत औरंगाबाद,अरवल एवं पटना जिले के कई लोग उपस्थित रहे।