गोह प्रखंड के दादर गांव में एक प्राचीन काल का ईंट मिलने से चर्चा का विषय बना हुआ है।जिसे गुप्तकालीन होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।जानकारी देते हुए दादर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता वेंकटेश शर्मा ने बताया कि वे गांव के दक्षिण पश्चिम दिशा में ग्रामीण अनिल शर्मा के साथ टहलने निकले थे। तब उन्हें एक झाड़ी के अंदर प्राचीन ईंट का दीवाल नजर आया। ग्रामीण अनिल की मदद से उस दीवार से ईंट को निकाला, जिसमें एक सही निकला ,जो मिट्टी से गंदा था।उस ईंट को उन्होंने समय निर्धारण के लिए व्हाट्सएप के माध्यम से बीएचयू में पुरातत्व विभाग के रिसर्चर डॉ अमित रंजन को भेजा, जिसे देखकर डॉ. अमित ने ईंट के गुप्तकालीन होने की संभावना व्यक्त करते हुए कहा कि पुरातात्विक दृष्टिकोण से दादर गांव का महत्व काफी बढ़ गया है ।इसको देखने के लिए काफी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए ,जिनमें शंकर पासवान ,रंजन शर्मा, चांदनी कुमारी के साथ साथ अन्य ग्रामीण शामिल रहे ।श्री शर्मा ने बताया कि इस ईंट को ईश्वर शरण पोस्ट ग्रैजुएट कॉलेज इलाहाबाद के असिस्टेंट प्रोफेसर (प्राचीन इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग)डा.जमील अहमद को भी दिखाया गया है कि जिन्होंने कहा है कि यह कुषाण कालीन भी हो सकता है ।आकार तथा बनावट के हिसाब से यह ईंट कुषाण कालीन प्रतीत होता है ।भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और राज्य पुरातत्व विभाग को इस स्थल का पुरातात्विक सर्वेक्षण करा कर अविलंब उत्खनन कराया जाना चाहिए।ज्ञात हो कि पहले भी अशोक गुबंद का मिलना चर्चा का विषय बना था।